Baigan ki kheti ki Jankari: बैगन खाने में पसंद की जाने वाली प्रमुख सब्जियों में से एक हैं जिसे भारत के लोग बड़े चाव से खाते हैं| बैगन से विभिन्न प्रकार की व्यंजन भी बनाए जाते हैं| बैगन मूल रूप से भारत की ही फसल मानी जाती है और इसका सबसे अधिक पैदावार एशियाई देशों में किया जाता है| बैगन की खेती पूरे साल भर की जाती है| चीन के बाद भारत दूसरा सबसे अधिक बैगन का उत्पादन करने वाला देश बन गया है|
यदि आप बैगन की खेती करके अच्छा लाभ कमाना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपको बैगन की खेती के से संबंधित गाइड करने वाला है| आप इस लेख में जानेंगे कि बैगन की खेती कैसे करें तथा बैगन की खेती का सही समय कौन सा है? और बैगन की टॉप वैरायटी कौन सी है? इन सबके अलावा यह भी जानेंगे कि बैंगन की खेती में कौन सी खाद डालनी चाहिए तथा कितना उत्पादन होता है| तो चलिए जानते हैं बैंगन की खेती के बारे में सब कुछ विस्तार से|
बैगन की कब और कैसे करे सम्पूर्ण जानकारी(Baigan ki kheti kab aur kaise karen)
बैगन की खेती भारत में सबसे अधिक कर्नाटक, बिहार, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में सबसे अधिक की जाती है| बैंगन की खेती करना किसानो के लिए लाभदायक हो सकता है| इसकी खेती में खाद की बहुत कम ही जरूरत पड़ती है और इसमें देखरेख की भी ज्यादा जरूरत नहीं होती है| किसान भाई इसकी खेती करके अच्छा पैसा कमा सकते हैं| बैगन की खेती के बारे में सभी जानकारी नीचे दी जा रही है जिससे आप पढ़कर अपनी बैगन की खेती की शुरुआत कर सकते हैं|
बैगन की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु और मौसम(Baigan ki kheti kab karen)
बैगन की खेती पूरे वर्ष पर की जा सकती है| आप चाहे तो इस गर्मी हो, बरसात या फिर ठंडी के मौसम कभी भी इसकी खेती कर सकते हैं| बरसात में इसका रेट अधिक मिलता है इसलिए कुछ किसान बरसात में भी इसकी खेती करते हैं| बैगन की खेती के लिए 15 से 32 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान अच्छा रहता है| खरीफ के मौसम में भी बैगन की खेती करना किसानों के लिए लाभदायक हो सकता है क्योंकि खरीफ ऋतु में की बैगन का रेट अच्छा मिलता है जिससे मुनाफा भी अच्छा होता है|
बैगन की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी
बैगन की खेती करने के लिए अलग-अलग तरह की मिट्टी की आवश्यकता होती है| इसकी खेती दोमट मिट्टी में तथा चिकनी मिट्टी में भी इसकी खेती कर सकते हैं लेकिन सबसे अच्छी मिट्टी दोमट मिट्टी और रेतीली दोमट मिट्टी मानी जाती है| बैंगन की फसल एक लंबे समय की फसल है इसलिए इसकी खेती में ऐसे खेत का चुनाव करना चाहिए जहां से जल निकास की व्यवस्था अच्छी हो| जिससे पैदावार भी अच्छी होती है और फल सड़ता भी नहीं है| आपको इसकी खेती के लिए 5.5 से 6.6 पीएच मान वाली मिट्टी का चुनाव करना चाहिए|
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बैगन की वैरायटी(Baigan ki Top Varities)
Punjab Bahar:
बैगन की इस पौधे की लंबाई 93 सेंटीमीटर होती है तथा इस फल जामुनी रंग तथा आकार गोल होता है| बैगन की इस वैरायटी का उत्पादन भी अच्छा होता है| इसका आमतौर पर पैदावार 190 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से हो जाती है| इसके अलावा बैगन की देखरेख से इसकी पैदावार और भी ज्यादा हो सकती है|
Punjab Barsati:
बैगन की यह वैरायटी पंजाब की यूनिवर्सिटी द्वारा बनाई गई है जो छेदक रोग के प्रति सहनशील है| इसके फल लंबे होते हैं तथा इसकी पैदावार 140 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से होती है|
VNR 212:
VNR कंपनी के द्वारा विकसित की गई यह वैरायटी एक हाइब्रिड किस्म है तथा यह बहुत ही अच्छी पैदावार देती है| इसके फलों का रंग बैगनी तथा गहरा बैगनी होता है| इसके फलों का आकार आयताकार होता है| इसके एक फल का वजन 100 से 150 ग्राम के बीच होता है| इसके फलों की लंबाई 9.5 से 10.5 सेंटीमीटर के बीच होता है तथा इसकी चौड़ाई 4.5 से 5.5 कम के बीच होता है|
इसकी बुवाई के लिए 60 से 80 ग्राम प्रति एकड़ दर से बीज की जरूरत पड़ती है| इसकी बुवाई करते समय पंक्ति से पंक्ति की दूरी 3 से 5 फीट तथा पौधे से पौधे की दूरी 2 से 3 फुट रखना चाहिए| यह बुवाई से 42 से 45 दिनों के बाद फल देना शुरू कर देता है|
नाविना बैगन:
बैगन की यह किस्म भी Baigan ki kheti के लिए अच्छी है| इसकी लंबाई 10 से 12 सेंटीमीटर होती है तथा इसके फलों की चौड़ाई 4 से 5 सेंटीमीटर होती है| इसके फलों का वजन 80 से 100 ग्राम के बीच होता है| इसके फलों का रंग बैगनी रंग का होता है तथा यह लंबी आकार का होता है| इसकी बुवाई के 45 से 50 दिन के बाद यह फल देना शुरू कर देता है|
वी. एन. आर. 125
वी. एन. आर. 125 के फलों की लंबाई 13 से 15 सेंटीमीटर के बीच होती है तथा इनकी चौड़ाई 3 से 5 सेंटीमीटर होता है| इसके फलों की लंबाई वजन 180 से 120 ग्राम के बीच होता है| इस बैगन के फलों का रंग बैंगनी रंग का होता है तथा इसके फल लंबे और अंडाकार आकार के होते हैं| बुवाई से 50 से 60 दिन बाद इससे फल निकलना शुरू हो जाता है|
बैगन की नर्सरी की तैयारी
बैगन की नर्सरी के लिए और 1 मी चौड़े बेड बनाएं| इसके बाद उस पर अच्छी साड़ी हुई गोबर की खाद डाल दे| इसके साथ ही उसमें वर्मी कंपोस्ट काफी उपयोग करें| बीज को बेड पर डालने से पहले आप उसे कप्तान की खोल में डालकर उपचारित कर ले जिससे कि पौधे के नुकसान से बच सके| इसके बाद से आप मीट्टी के बेड ऊपर बीज का छिड़काव कर दें या फिर लाइन से बीज गिरा दे|
बाद से आप उपर से सूखे पत्तों से उसे ढक दे और उसके ऊपर हल्की सिंचाई कर दें| जब तक बीज का अंकुरण नहीं हो जाता तब तक आप उसके ऊपर पुआल रख दे| जैसे ही बीज का अंकुरण हो जाए तो आप वहां से पराली को हटा दे और उसे समय-समय पर सिंचाई हल्की सिंचाई करते रहें| जिससे नर्सरी के पौधे की विकास जल्दी से हो|
बैगन की खेती के लिए जमीन की तैयारी
बैंगन की खेती के लिए खेत की तैयारी करना बहुत ही जरूरी होता है| इसके लिए आप सबसे पहले खेत को दो से तीन बार अच्छे से जुताई कर ले और उसे समतल कर दें| इसके बाद से आप खेत में गोबर की सड़ी हुई खाद 8 से 10 टन प्रति एकड़ की दर से फैला दे|
इसके बाद से एक बार फिर से जुताई करके पाटा लगाकर समतल कर ले| इस प्रकार बैगन की खेत पौधे की रोपाई के लिए तैयार हो जाती है| आप चाहे तो गोबर की खाद में नीम की पत्तियों को भी और वर्मी कंपोस्ट भी मिला सकते हैं| जिससे खेत के कीड़े मर जाये और पौधे की ग्रोथ भी अच्छी होगी|
बैगन की खेती के लिए बीज की मात्रा(Baigan ki kheti ke liye bij)
बैंगन की खेती के लिए बीज की मात्रा आमतौर पर 300 से 400 ग्राम प्रति एकड़ की दर से जरूरत होती है| इसके अलावा अलग-अलग वैरायटी के आधार पर उनकी बीज की मात्रा अलग-अलग हो सकती है| बीज को नर्सिंग में डालने से पहले आप बीज को कार्बेनडाज़िम में 3 ग्राम प्रति किलो बीज के हिसाब से उपचारित जरूर कर लें|
बैगन के बीज की बुवाई का समय(Baigan ki kheti kab kare)
बैंगन की पहली फसल की बुवाई के लिए आप अक्टूबर के महीने में ही इसके बीज को नर्सरी में गिरा सकते हैं| जिससे कि वह नवंबर में खेत लगाने के लिए तैयार हो जाएगा| दूसरी फसल के लिए दिसंबर के महीने में ही बीज को नर्सरी में गिरा दें| जिससे कि यह फरवरी पहले सप्ताह में बुवाई के लिए तैयार हो जाए| बैगन की तीसरी फसल के लिए आप फरवरी महीने में इसकी नर्सरी गिरा सकते हैं और यह मार्च के महीने में बुवाई के लिए तैयार हो जाती है|
बैंगन की खेती में खाद एवं उर्वरक
बैंगन की खेती में आपको खाद के रूप में गोबर की सड़ी हुई खाद को 8 से 10 टन प्रति एकड़ की दर से डालना चाहिए| यह प्रयास करें रासायनिक खाद का उपयोग बहुत ही कम करें जिससे आपकी लागत कम आएगी और अच्छा मुनाफा भी होगा|
इसके अलावा यदि आप रासायनिक खाद डालना चाहते हैं तो आप 25 किलोग्राम नाइट्रोजन, 25 किलोग्राम फास्फोरस तथा 12 किलोग्राम पोटाश की मात्रा प्रति एकड़ की दर से खेतों में छिड़काव करें| यह सभी खाद आप खेत की तैयारी के समय खेत में डाले|
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बैगन की खेती में खरपतवार का नियन्त्रण
बैगन की खेती में खरपतवार का नियंत्रण भी बहुत जरूरी होता है क्योंकि यदि खरपतवार का नियंत्रण नहीं किया गया तो उसके अंदर बहुत अधिक कीड़े भी लग जाते हैं और इससे फलों को बहुत ही नुकसान होता है| इसलिए आप समय-समय पर खेतों में निराई गुड़ाई करते रहें जिससे सभी खरपतवार निकल जाए|
बैगन की खेती में सिंचाई
बैगन की खेती में सींचाइ करना बहुत जरूरी होता है| गर्मियों के समय में आपको 5 दिन के अंतराल पर हमेशा सिंचाई करते रहना चाहिए| वहीं अगर सर्दियों की बात की जाए तो आप 12 से 15 दिन के बाद खेत में सिंचाई करते रहें जिससे खेत में नमी बनी रहे और फल का विकास भी तेजी से हो|
बैगन की खेती में किट का नियंत्रण
Baigan ki kheti में कई प्रकार के किट लगते हैं जिसमें फ्रूट बोरर, थ्रिप, चेपा, पत्ता खाने वाली सुंडी मुख्य रूप से शामिल हैं| उनके नियंत्रण के लिए आप नीम के तेल का स्प्रे करते रहें जिससे यह सभी किट मर जाए|
बैगन की तुड़ाई
बैंगन की फसल में बैगन की समय समय पर तुड़ाई करना बहुत ही जरूरी होता है| जब बैगन की फल अपने सही आकार और रंग में हो जाए तो आप बैंगन की तुड़ाई कर सकते हैं| बैंगन की तुड़ाई के समय यह ध्यान रखें कि बैगन को बहुत ही ज्यादा दिनों के बाद नहीं तोड़ना चाहिए नहीं तो उसके अंदर बीज हो जाता है और मार्केट में इसका रेट बहुत ही कम मिलता है| इसलिए आप बैगन को कोमल अवस्था और जब वह आकर्षक रंग में हो तभी तोड़ना उचित रहता है|
निष्कर्ष
बैगन की फसल एक लंबे समय तक सब्जी देने वाली फसल है| जिसकी खेती करके किसान भाई अच्छा लाभ कमा सकते हैं| किसान भाई अपने सुविधा के अनुसार साल में कभी भी बैगन की खेती(Baigan ki kheti) कर पैसा कमा सकते हैं| यदि किसी भी प्रकार का प्रश्न है खेती से संबंधित तो आप नीचे कमेंट में पूछ सकते हैं|
Q1-बैगन कितने दिन में फल देने लगता है?
उत्तर- बैगन बुवाई से 35 से 40 दिनों के बाद फल देना शुरू कर देता है|
Q2-बैगन की खेती के लिए कौन सा मौसम अच्छा है?
उत्तर- बैगन की खेती आप किसी भी मौसम सर्दी और गर्मी में कर सकते हैं| सर्दी के मौसम में यदि आप इसकी खेती करते हैं तो आपको बहुत ही कम लागत लगाने की जरूरत पड़ती है|
Q3-बैगन की सबसे बेस्ट वैरायटी कौन सी है?
उत्तर- बैंगन की सबसे बेस्ट वैरायटी में पूसा पर्पल क्लस्टर, पूसा परपल राउंड तथा VNR 212, VNR 125 है|
Q4-बैगन की खेती कब होती है ?
उत्तर- बैगन की खेती पुरे साल भर की जाती है|