किसान भाई करें Kheera ki Kheti होगी मोटी कमाई! जानिए सबसे आसान टिप्स!

Kheera ki Kheti: खीरा गर्मियों के दोनों में खाई जाने वाली एक प्रमुख फसल है जो कि हर किसी को पसंद होती है| यह मुख्य रूप से सलाद के रूप में खाई जाती है| खीरे का मूल जगह भारत ही है और इसका वास्तविक नाम कुकुमिस स्टीव्स है| खीरे का प्रयोग बहुत सारी चीजों में किया जाता है| खीरे में लगभग 96% पानी होता है और यह गर्मी में लोगों को काफी पसंद आता है| खीरा एक बेल वाली फसल है जिसकी खेती किसान भाई करके अच्छा पैसा कमा सकते हैं|

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किसान भाई यदि आप खीरे की खेती करके अच्छा पैसा कमाना चाहते है तो यह आर्टिकल आपकी खेती करने की जानकारी में मदद करेगा| आप इस आर्टिकल में जानेंगे कि खीरे की खेती कैसे करें? खरे की खेती के लिए कौन सी मिट्टी अच्छी होती है तथा खीरे की सबसे टॉप वैरायटी कौन सी है? इसके अलावा आप यह अभी जानेंगे कि खीरे में कौन सी खाद डालनी चाहिए तथा खीरा का उत्पादन कितना होता है? तो चलिए खीरे की खेती के बारे में संपूर्ण जानकारी आपको बताते हैं|

खीरे की खेती कब और कैसे करें?(Kheera ki Kheti kab aur Kaise Karen) पूरी जानकारी

खीरे की खेती करना किसान भाइयों के लिए लाभकारी हो सकता है क्योंकि अगर इसकी आगेती खेती की जाए तो इसका रेट अच्छा मिलता है और किसान अच्छा मुनाफा भी कमा सकते हैं| खीरे की खेती ऐसी खेती है जिसमें ज्यादा देखरेख और लागत की जरूरत नहीं होती है बहुत ही कम लागत और देखरेख में किसान खीरे की अच्छी उत्पादन कर सकते हैं और उसे बाजार में अच्छे रेट पर बेचकर अधिक मुनाफा कमा सकते हैं| खीरे की खेती के बारे में संपूर्ण जानकारी नीचे दी जा रही है|

खीरे की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी(Kheera ki Kheti ke liye achhi mitti)

खीरे की खेती करने के लिए अच्छी मिट्टी का भी होना बहुत जरूरी होता है| अगर अच्छी मिट्टी नहीं होगी दिखी खीरे की उत्पादन कम होता है| इसलिए आपको इसकी खेती करने से पहले एक अच्छी मिट्टी का चुनाव जरूर करना चाहिए| खीरे की खेती के लिए सबसे अच्छी मिट्टी बलुई दोमट मिट्टी मानी जाती है| इसके अलावा दोमट मिट्टी भी खीरे की खेती के लिए उपयुक्त होती है|

खीरे की खेती ऐसी जमीन में करना चाहिए जहां पर पानी के निकलने की व्यवस्था अच्छी हो जिससे पैदावार अच्छी होती है| क्योंकि यदि खीरे की खेती में पानी लग जाएगा तो इससे खीरा सड़ना शुरू हो सकता है और सभी खीरे के पौधे सूख सकते हैं| इसलिए आपको ऐसे खेत का चुनाव करना चाहिए जहां पर निकलने की व्यवस्था अच्छी हो| इसके साथ ही मिट्टी खेत की मिट्टी का पीएच मान 6 से 7 होना चाहिए|

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खीरे की उन्नत वैरायटी( Kheera ki Top Varities)

  • एन. एस. 415(नामधारी)

खीरे के इस किस्म के फलों का रंग मध्यम हरा होता है तथा इसके एक खीरे का वजन 130 से 140 ग्राम के बीच होता है| इस खीरे की फलों की लंबाई 22 से 24 सेंटीमीटर के बीच होता है| यह एक हाइब्रिड किस्म का बीज है और यह 28 से 30 दिनों बाद पहली तूड़ाई के लिए तैयार हो जाता है|

  • एनएस 404 F1 हाइब्रिड क्यूंबर सीड्स

खीरे की खेती करने के लिए यह भी एक अच्छा बीज है जिसे आप अपने खेतों में लगा सकते हैं| इस खीरे के फलों की लंबाई 25 से 28 सेंटीमीटर के बीच होती हैं तथा यह बुवाई से 30 से 32 दिनों बाद पहले तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है| इसके एक फल का वजन 200 से 220 ग्राम के बीच होता है और इसके फलों का रंग हल्का हरा होता है|

  • Pusa Uday:

इस खीरे को भारतीय कृषि अनुसंधान द्वारा तैयार किया गया है| इसके फलों का रंग हल्का हरा और इसकी फलो की लंबाई 15 सेंटीमीटर होती है| खीरे की यह एक बहुत अच्छी प्रजाति है जो की 50 से 55 दिनों में पहले तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है| इस खीरे की बुवाई के लिए एक एकड़ जमीन में एक किलो बीज की जरूरत होती है| इस खीरे की प्रति एकड़ पैदावार लगभग 65 क्विंटल के आसपास होती है|

  • Pusa Barkha:

खीरे की यह वैरायटी फरवरी मार्च में लगाई के लिए अच्छी है| इस वैरायटी की पैदावार 78 क्विंटल प्रति एकड़ हो सकती है तथा यह अधिक तापमान को भी सहन कर सकती है|

खीरे की खेती के लिए खेत की तैयारी

खीरे की खेती के लिए खेत की तैयारी भी बहुत जरूरी होता है| इसकी तैयारी के लिए आप खेत को पहले दो से तीन बार गहरी जुताई कर ले| उसके बाद से इसको पाटा लगाकर समतल कर ले| इससे मिट्टी भुरभुरी हो जाएगी जो की इसकी खेती के लिए बहुत जरूरी होती है| खेत को समतल करने के बाद आप इसमें गोबर की सड़ी हुई खाद को 8 से 10 टन प्रति एकड़ की दर से फैला दें|

इसके बाद खेत की अच्छी से जुताई कर ले और फिर पाटा लगाकर खेत को समतल कर ले| इस प्रकार खेत की तैयारी हो जाती है| आप गोबर की खाद में नेम की कॉपी मिल सकते हैं इससे यह कितना सके रूप में काम करता|

यदि आप चाहे तो खीरेरे की खेती के लिए बेड भी बना सकते हैं और उसके ऊपर मल्चिंग पेपर भी डाल सकते हैं जिससे खरपतवार नही उगेगा| इसके अलावा आप चाहे तो खुले खेत में भी खीरे की खेती कर सकते हैं जिसके लिए आपको बेड बनाने की जरूरत नहीं पड़ती है|

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खीरे की खेती का समय( Kheera ki Kheti ka Samay)

खीरे की खेती का मुख्य समय गर्मियों और बरसात के मौसम में होता है| खीरे की पैदावार इस समय अच्छी होती है| यदि आप खेत खीरे की खेती करके अच्छा पैसा कमाना चाहते है तो आपको इसकी बुवाई फरवरी की शुरुआत महीने में करना चाहिए जिससे इसकी पैदावार अच्छी होती है और रेट भी अच्छा मिलता है|

खीरे के बीज की बुवाई( Kheera ki Kheti kab karen)  

खीरे की बीज की बुवाई जनवरी महीने के लास्ट से लेकर मार्च महीने के बीच करनी चाहिए| जिससे कि आपको रेट अच्छा मिल सके| अगर आप जनवरी महीने की लास्ट या फिर फरवरी की शुरुआत में इसकी बिजाई करते हैं तो इसे एक महीने में बाद आप इससे फल की तुड़ाई कर सकते हैं और उस समय रेट भी अच्छा मिलता है| जिससे आप अच्छा रेट में उसे बेचकर पैसा कमा सकते हैं|

खीरे के बीज की बुवाई करते समय यह ध्यान रखें आप हर जगह दो बीज की बुवाई करें| इसके अलावा यदि आप खेती 2 मीटर चौड़े बेड पर कर रहे हैं यह ध्यान रखें कि बीजों से बीजों के बीच की दूरी 60 सेमी होना चाहिए|

खीरे के बीज की मात्रा

खीरे की बुवाई के लिए 1.45 किलोग्राम बीज प्रति एकड़ की जरूरत होती है| बीज की बुवाई से पहले आप बीज को 12  घंटे पानी में भिगोकर रखें जिससे अंकुरण अच्छा होता है|

खीरे की खेती में खरपतवार नियंत्रण

खीरे की खेती में खरपतवार का नियंत्रण पर बहुत जरूरी होता है क्योंकि यदि खरपतवार का नियंत्रण नहीं किया जाएगा तो इसकी पैदावार अच्छी नही होटी है और कीटों का प्रकोप भी ज्यादा होता है| इसलिए आपको खीरे की खेत में निराई गुड़ाई समय-समय पर करते रहना चाहिए| आपको खीरे की खेती में निराई गुड़ाई अपने हाथों से करना चाहिए कोई भी रासायनिक दवा का उपयोग नहीं करना चाहिए| इससे खीरे को नुकसान भी हो सकता है|

खीरे की खेती में सिंचाई

खीरे की खेती में सिंचाई भी बहुत जरूरी होती है| बरसात के मौसम में तो खीरे की खेत में सिंचाई जरूरी नहीं होती है क्योंकि बरसात के पानी की वजह से खेत की सिंचाई हो जाती है लेकिन गर्मी में आपको बार-बार सिंचाई करने की जरूरत पड़ती है| आप खीरे की खेती में 7 से 10 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करते रहे| इसके अलावा यह पर यह भी ध्यान रखें की खेत में बीज की बुवाई से पहले एक बार सिंचाई जरूर कर दें| जिससे उसमें नमी रहे इसके बाद आप उसमें बुवाई करें|

खीरा की फसल में लगने वाले रोग

खीरे की फसल में कई प्रकार के रोग भी लगते हैं जिसमें चितकबरा रोग, फलों का सड़ना, पत्तियों का मुरझा जाना मुख्य रूप से शामिल है| आप सभी प्रकार की कीटों के नियंत्रण करने के लिए नीम के तेल या फिर नीम की पत्तियां के अर्क को निकालकर खीरे की फसल पर छिड़काव कर सकते हैं जिससे सभी प्रकार के कट मर जाएंगे|

खीर की तुड़ाई

खीरे की तुड़ाइ बुवाई के 45 से 55 दिनों के बाद शुरू हो जाता है| खीरे की फसल में खीरे की तुड़ाई आप किसी तेज चाकू या फिर नुकीली चीज से करनी चाहिए| खीरे की तुड़ाई के समय यह भी ध्यान रखें कि खीरे को समय-समय पर तोड़ते रहना चाहिए नहीं तो खीरे के अंदर ज्यादा बीज हो जाते हैं और मार्केट में बहुत ही कम लोग खरीदते हैं| इसलिए आपको इसे कोमल अवस्था में ही तोड़ना चाहिए|

खीरे का प्रति एकड़ पैदावार

खीरे का प्रति एकड़ पैदावार 32 से 42 कुंतल के बीच हो सकता है| इसके अलावा खीरे की पैदावार खीरे की बीज और देखरेख पर भी निर्भर करता है| इसलिए आप खेत की देखरेख अच्छे से करें जिससे खीरे की पैदावार अच्छी हो और आप अच्छा मुनाफा कमा सके|

निष्कर्ष

यदि आप खीरे की खेती(Kheera ki Kheti) करके अच्छा पैसा कमाना चाहते हैं आपको खीरे की अगेती किस्मत की बुवाई करनी चाहिए जिससे पहले फल देना शुरू करें और अच्छा रेट मिल सके और आप पैसा कमा सके| खेती से जुड़ी और सरकारी योजनाओं से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी के लिए आप Farmer Tak से जुड़ सकते हैं|

FAQ

Q1-खीरे की खेती करने का सही समय कौन सा है?

उत्तर- खीरा की खेती करने का सबसे अच्छा समय फरवरी और मार्च का महीना अच्छा होता है|

Q2-खीर की तुड़ाई कितने दिन में शुरू हो जाती है?

उत्तर- खीरे की पहले तुड़ाई बुवाई के 45 से 50 दिनों के बाद शुरू हो जाती है|

Q3-एक एकड़ में खीरे का उत्पादन कितना होता है?

उत्तर- एक एकड़ क्षेत्र में खीरे का उत्पादन लगभग 32 से 42 क्विंटल के बीच होता है

Q4-खीरे की खेती में कौन सा खाद डालना चाहिए?

उत्तर- खीरे की खेत में रासायनिक खाद का प्रयोग बहुत ही कम करना चाहिए| आपको गोबर की सड़ी हुई खाद का प्रयोग करना चाहिए या फिर जैविक खाद का उपयोग करना चाहिए|

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