Patta Gobhi ki Kheti Kab aur Kaise Karen: पत्ता गोभी भारत के अंदर बोई जाने वाली और पसंद की जाने वाली एक बहुत ही अच्छी पत्तेदार सब्जी है| जिसका उपयोग कई प्रकार के व्यंजन बनाने में किया जाता है| लोग इसे बंद गोभी के नाम से भी जानते हैं| भारत में अब इसका उत्पादन बहुत ही ज्यादा मात्रा में किया जाने लगा है| इस सब्जी को सबसे पहले विदेशी लोगों द्वारा भारत लेकर आया गया था| इसकी खेती ठंडी के मौसम में ज्यादा की जाती है क्योंकि इसकी खेती के लिए ठंडा मौसम की जरूरत होती है|
इस सब्जी में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं| इसका उपयोग लोग सलाद के रूप में सबसे ज्यादा करते हैं| यदि आप एक किसान है और कम लागत में अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो ठंडी के मौसम में पत्ता गोभी की खेती करना आपको एक बेहतर लाभ दिला सकता है क्योंकि इसमें बहुत ही कम लागत की जरूरत होती है|
आज की इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि पत्ता गोभी की खेती कैसे करें पत्ता गोभी की खेती कब करनी चाहिए और पत्ता गोभी की खेती के लिए कौन सी मिट्टी उपयुक्त रहती है? उसमें और कीटो के रोकथाम कैसे करें| तो चलिए जानते हैं इसके खेती के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार से|
पत्ता गोभी की खेती के लिए अच्छा मौसम (Patta Gobhi ki Kheti ke liye achha mausam)
पत्ता गोभी की खेती करने के लिए ठंडा और आर्द्र जलवायु वाली मौसम की जरूरत होती है क्योंकि इसमें गर्मी सहने की क्षमता ज्यादा नहीं होती है| गर्मी में इसकी पैदावार भी बहुत कम हो जाती है| इसलिए ज्यादातर किसान सर्दी के मौसम में इसकी खेती करना पसंद करते हैं| पत्ता गोभी की खेती और बीज की अंकुरण के लिए 20 से 30 डिग्री सेलसियस तापमान की जरूरत होती है| यदि आप कम लागत में अधिक पत्ता गोभी की अधिक उपज लेना चाहते हैं तो आपको ठंडी के मौसम में ही इसकी खेती करनी चाहिए|
पत्ता गोभी की एक अच्छी बात यह है कि यदि इसके ऊपर थोड़ा पल भी पड़ जाए तो इसे इसका कोई ज्यादा नुकसान नहीं होता है| पैदावार इसकी अच्छी पैदावार 15 से 20 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच में तापमान रहने पर होता है|
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पत्ता गोभी की खेती के लिए मिट्टी का चयन(Patta Gobhi ki Kheti ke liye achhi Mitti)
पत्ता गोभी की खेती करने के लिए भूमिका चयन करना बहुत ही जरूरी होता है क्योंकि इसकी खेती हर प्रकार की मिट्टी में नहीं किया जा सकता| यदि आप आगेती किस्म की पत्ता गोभी की खेती कर रहे हैं तो को बलुई दोमट मिट्टी में इसकी मिट्टी खेती करनी चाहिए| यदि आप पछेती किस्म की पत्तागोभी की खेती करना चाहते हैं तो भूमि का ph मान 5 से 7.5 के बिच हो तो अच्छा रहता है।
पत्ता गोभी की खेती के लिए खेत की तैयारी(Patta Gobhi ki Kheti ke liye khet ki taiyari)
खेत की मिट्टी को सबसे पहले दो से तीन बार कल्टीवेटर और रोटावेटर से जुताई कर लेनी चाहिए जिससे की मिट्टी अच्छे से भुरभुरी हो जाए| इसके बाद आप पाटा लगा कर इसको समतल कर ले| इसके बाद यदि आप अच्छा उत्पादन देना चाहते हैं आपको 20 से 30 टन गोबर की सड़ी हुई खाद को खेत में फैला देना चाहिए| इसके बाद फिर आपको जुताई करने की जरूर जरूर होगी और बाद में इसे पाटा लगा कर समतल कर लीजिए| इसके बाद यह खेत बुवाई के लिए तैयार हो जाएगी|
पत्ता गोभी की खेती के लिए उन्नत किस्में(Patta Gobhi ki Kheti ke liye Top Varities)
पत्ता गोभी की कई किस्मे आती है| इसके अलावा यह कई रंग और रूप में भी आता है| मुख्यत: इसको तीन भागों में बांटा गया है पहले अगेती किस्म, दूसरी मध्यम किस्में और तीसरा पछेती किस्मे जो की निचे दी गयी हैं|
Ageti Patta Gobhi ki Kheti के लिए किस्म:
- प्राइड ऑफ इण्डिया
- मीनाक्षी
- गोल्डन एकर
- अर्ली ड्रमहेड
पछेती किस्म:
- क्वीईसिस्ट्स
- लार्ड माउंटेन हेड कैबेज लेट
- सेलेक्टेड डब्ल्यू डायमंड
- एक्स्ट्रा अर्ली एक्स्प्रक्स
- सेलेक्शन-8 पूसा ड्रम हेड
- लेट ड्रम हेड
उपर दिए गये सभी किस्मो में कोई भी पत्ता गोभी की वैरायटी समय के अनुसार लगा सकते हैं|
पत्ता गोभी की खेती के लिए बुवाई का समय(Patta Gobhi ki Kheti kab kare)
पत्ता गोभी की बुवाई उसकी किस्म पर आधारित होती है| यदि आप आगे भी किस्म की खेती करना चाहते हैं तो आपको अगस्त महीने के अंतिम सप्ताह में इसकी नर्सरी गिरा देनी चाहिए और मध्य एवं पछेती किस्म की खेती के लिए आपको अक्टूबर महीने के अंत तक इसकी नर्सरी गिरा देनी चाहिए| जिससे इसकी बुवाई अच्छे समय पर की जा सके और इसका उपज भी अच्छा हो|
पत्ता गोभी की खेती के लिए बीज की मात्रा
पत्ता गोभी की खेती के लिए बीच की मात्रा अलग-अलग होती है| यदि आप अगेती किस्म के बीच का चुनाव करते हैं तो आपको 500 ग्राम बीच प्रति हेक्टेयर की भूमिका के लिए जरूरी होती है| इसके अलावा यदि आप पछेती किस्म की बीच का चयन करते हैं तो आपको 400 ग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से बीच की मात्रा की जरूरत पड़ती है| पत्ता गोभी की जो नर्सरी होती हैं उसमें कुछ पौधे मर जाते हैं| इसके कारण बीज की मात्रा ज्यादा जरूरत पड़ती है|
पत्ता गोभी की खेती के लिए नर्सरी लगाना
यदि आप पत्ता गोभी की नर्सरी तैयार करना चाहते हैं तो आपको 75 से 100 वर्ग मीटर नर्सरी के लिए जमीन की तैयारी करनी चाहिए जिसमें आप बुवाई कर सकें| यह भी ध्यान रखें की नर्सरी में पानी बिल्कुल भी ना लगने पाए नहीं तो पौधे खराब हो जाएंगे और यह भी ध्यान रखें की मिट्टी भुरभुरी होनी चाहिए जिससे बीजों की अंकुरण अच्छा हो| नर्सरी की तैयारी करते समय आप उसमें गोबर की सड़ी हुई खाद और वर्मी कंपोस्ट भी मिलकर जरूर डालें|
पत्ता गोभी की खेती के लिए पौधा रोपण कैसे करें?
पत्ता गोभी की बुवाई करने के लिए आपको खेत को समतल करने के बाद उसमें क्यारी बना ले जिससे आपको खाद और सिंचाई करने में आसानी होगी और निराई गुड़ाई में भी आसानी होगी| नर्सरी में तैयार पौधे को आप कतार से कतार की दूरी 45 सेमी रख कर शाम के समय पौधों की रोपाई करें| इसके बाद आप उसमें सिंचाई कर दें पौधों की रोपाई कर सकते हैं|
पत्ता गोभी की फसल में खाद और उर्वरक
पत्ता गोभी की अच्छी उपज लेने के लिए आप आपको खेत में गोबर की 30 टन सड़ी हुई खाद और वर्मी कंपोस्ट को मिलाकर डालना चाहिए| जिससे खेत में जीवाश्म की संख्या बढ़ती है और उत्पादन अच्छा होता है| इसके अलावा आप खेत में रासायनिक खाद का भी प्रयोग कर सकते हैं| जिससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति की और भी बढ़ जाती है और पौधे की ग्रोथ भी अच्छी से होती है|
पत्ता गोभी की फसल में सिंचाई की व्यवस्था कैसे करे?
पत्ता गोभी की खेती में सिंचाई की भी जरूरत बहुत ज्यादा होती है| आपको जिस भी खेत में पत्ता गोभी की खेती कर रहे हैं उसमें नमी हमेशा रखनी चाहिए जिससे पौधे की ग्रोथ अच्छे से हो| आपको हमेशा समय-समय पर उसमें सिंचाई करते रहना चाहिए| पत्तागोभी की फसल में आप सिंचाई 7 से 10 दिन के अंतराल पर कर सकते हैं जब तक की फसल काटने के लिए तैयार नहीं हो जाती|
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पत्ता गोभी की फसल में खरपतवार नियंत्रण कैसे करे?
पत्ता गोभी की फसल में खरपत कर पतवार को बहुत ही जरूरी होता है क्योंकि यदि आप खरपतवार नहीं का नियंत्रण नहीं करेंगे तो आपकी फसल अच्छी नहीं होगी| इसलिए आपको सिंचाई करने के बाद हल्की निराई गुड़ाई भी कर देनी चाहिए| इसके अलावा आप जब पत्ता गोभी के पौधे थोड़े बड़े हो जाए तो आप उसे उनकी जड़ों पर मिट्टी में चढ़ा दें जिससे की जड़े मजबूत हो जाए और बरसात या फिर हवा में पौधे खराब ना हो|
पत्ता गोभी की फसल में रोग नियंत्रण कैसे करे?
पत्ता गोभी की फसल में कई प्रकार की रोग लगते हैं जिसका निवारण करना बहुत ही जरूरी होता है| इसकी जानकारी नीचे दी गई है|
ब्लैक लैग: बहुत ही पत्ता गोभी के पौधे में यह रोग होती है| यह पौधे की जड़ में होती और पौधे की जड़ सड़ जाती है और मुरझाकर गिर जाती है| यह एक फंगस के कारण होता है|
नियंत्रण: पौधे को इससे बचाने के लिए आपको सबसे पहले पहले नीम के तेल या फिर गोमूत्र में बीज को उपचारित कर लेना चाहिए उसके बाद आपको नर्सरी के लिए बीज डालना चाहिए|
पत्ता गोभी की फसल में कीट नियंत्रण कैसे करे?
पत्ता गोभी में कई सारे किट भी लगते हैं जो पत्ता गोभी की पत्तियों को खा जाते हैं और फसल को खराब कर देते हैं|
डायमंड बैंकमोथ: यह किट कथई रंग का होता है जो कि लगभग 1 सेंटीमीटर लंबा होता है| यह पत्ता गोभी के पत्तियों को खा जाते हैं और फसल खराब कर देते हैं|
नियंत्रण: कीटों से बचने के लिए आप पत्ता गोभी की पत्तियों पर निम् का तेल छिड़काव कर सकते हैं जिससे यह सभी किट दूर हो जाएंगे|
कैबेज मैगेट: यह जब गर्मी ज्यादा होती है तब यह पत्ता गोभी के जड़ो को नुकसान पहुचाते हैं|
नियंत्रण: इस किट के नियंत्रण के लिए आप नीम के खाद का प्रयोग कर सकते हैं|
पत्ता गोभी की कटाई कब करे?
जब पत्ता गोभी की पौधे पूरी तरह से बड़े हो जाएं और ठोस हो जाए तब आपको उसकी कटाई करनी चाहिए| मैदानी भागों में इसकी कटाई दिसंबर के महीने में की जाती है| आप चाहे तो आगेती किस्म के बीजों को बोकर पहले भी कटाई कर सकते हैं|
पत्ता गोभी फसल से उपज की प्राप्ति
यदि आप पत्ता गोभी की खेती अच्छे से करते हैं और उसकी देखरेख भी अच्छे से करते हैं तो आप पत्ता गोभी की आगेती किस्म से 200 से 300 क्विंटल प्रति एक हेक्टेयर और हाइब्रिड किस्मों से 400 से 550 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार से आसानी से प्राप्त कर सकते हैं|
निष्कर्ष
यदि आप एक किसान है तो पत्तागोभी की खेती करना बेहतर फसल हो सकती है क्योकि इसमें बहुत ही कम लागत लगती है और फसल की पैदवार भी अच्छी होती है|आपने आज इस लेख में जान लिया है की पत्तागोभी की खेती कब और कैसे (Patta Gobhi ki Kheti Kab aur Kaise Karen) करे? यदि आपको खेती से जुडी और जानकारी चहिये तो आप कमेंट में हमे बता सकते हैं|
FAQ
Q1-पत्ता गोभी की सबसे अच्छी किस्में कौन सी है?
उत्तर- पूसा सिंथेटिक, गोल्डन एकर, पूसा ड्रमहेड, कावेरी, कोपन हगें, गंग, श्रीगणेश गोल, प्राइड ऑफ़ इंडिया और पूसा मुक्त इत्यदि पत्ता गोभी की प्रमुख किस्में है।
Q1-पत्ता गोभी कौन से महीने में की जाती है?
उत्तर- पत्तागोभी की खेती आप जुलाई नवंबर से फ़रवरी महीने के बिच में कर सकते हैं|
Q1-पत्ता गोभी कितने दिन में तैयार हो जाती हैं?
उत्तर- पत्ता गोभी 80 से 90 दिन में कटाई के लिए तैयार हो जाती है|
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