Strawberry ki Kheti: कब और कैसे करें स्ट्रॉबेरी की खेती कमायें 60 दिन में लाखों

Strawberry ki Kheti ki Jankari: स्ट्रॉबेरी की खेती मुख्य रूप से पहाड़ी क्षेत्रों में की जाती है लेकिन इस समय अब मैदानी क्षेत्रों में जैसे कि उत्तर प्रदेश और पंजाब, हरियाणा जैसे राज्य में इसकी खेती बड़े पैमाने पर होने लगी है| आज के समय में किसान परंपरागत फसलों को छोड़कर नए-नए प्रकार के फसलों की खेती करना और बागवानी करना पसंद कर रहे हैं| क्योंकि ऐसा होता है कि परंपरागत खेती में अधिक लागत आती है| इसके अलावा सूखा और बाढ़ आने की वजह से भी नुकसान हो जाता है| इसलिए किसान नए-नए खेती को अपना रहे हैं| जिससे उनकी आय बढ़ सके और उन्हें लागत भी काम लगानी पड़े|

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स्ट्रॉबेरी का उपयोग विभिन्न प्रकार के कामों में जैसे आइसक्रीम बनाने, जेम बनाने, जेली बनाने, चॉकलेट बनाने तथा सौंदर्य प्रसाधन में भी इसका उपयोग किया जाता है| आज के समय में स्ट्रॉबेरी की डिमांड मार्केट में हमेशा बनी रहती है| इसकी डिमांड को देखते हुए कुछ किसान ग्रीन हाउस में भी इसकी खेती ककरना शुरू कर दिए है| जिससे वे हर मौसम में खेती कर सके और अधिक लाभ कमा पायें|

स्ट्रॉबेरी की खेती कैसे करें?(Strawberry ki Kheti kaise kare)

यदि आप भी स्ट्रॉबेरी की खेती करना चाह रहे हैं जिससे कि आप अधिक मुनाफा कमा पाए तो यह आर्टिकल आपकी मदद करेगा| इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि स्ट्रॉबेरी की खेती कैसे करें? स्ट्रॉबेरी की कौन-कौन सी किस्म है? स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए सबसे अच्छे मौसम कौन से हैं तथा स्ट्रॉबेरी में उत्पादन कितना होता है| तो चलिए जानते हैं स्ट्रॉबेरी की खेती के बारे में सब कुछ विस्तार रूप से|

स्ट्रॉबेरी की खेती कितने तरीको से कर सकते हैं?(Strawberry ki kheti karne ka tarika)

स्ट्रॉबेरी की खेती किसान कई तरीकों से कर सकते हैं| पूरी दुनिया में लगभग 600 स्ट्रॉबेरी की किस्में हैं जो की अलग-अलग तापमान और अलग-अलग समय के लिए परफेक्ट है| स्ट्रॉबेरी की खेती किसान हाइड्रोपोनिक विधि, पाली हाउस, मल्चिंग पेपर के ऊपर खेती कर सकते हैं|

स्ट्रॉबेरी की टॉप वैरायटी(Strawberry ki Top Variety)

स्ट्रॉबेरी की पूरी दुनिया में लगभग 600 से अधिक वैरायटी की विकसित किया जा चुका है लेकिन इनमें से कुछ ही वेराइटी सबसे अच्छा उत्पादन देती है और खाने में भी बहुत मीठी होती है| इसके कुछ प्रजातियों की लिस्ट नीचे दी गई है जिससे आप अपने खेत में लगा सकते हैं|

स्वीट चार्ली

स्ट्रॉबेरी की इस वैरायटी के पौधों को अधिक धूप और धूप की जरूरत पड़ती है| इस वैरायटी के स्ट्रॉबेरी के पौधे की खेती किसान नमी युक्त मिट्टी में कर सकते हैं और इस बात का ध्यान रखें उस मिट्टी के अंदर कार्बनिक तत्व अधिक हो जिससे कि का उत्पादन भी अच्छा हो| इस वैरायटी के स्ट्रॉबेरी में सिंचाई की आवश्यकता भी अधिक होती है|

यदि बात करें इसकी पहली तुड़ाई की तो इस स्ट्रॉबेरी की पहली तुड़ाई किसान रोपाई के 30 से 40 दिन के बाद इसमें फूल आने लगते हैं और जब फल बड़े हो जाए तब इसकी तुड़ाई किसान कर सकते हैं|

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वाइब्रेंट

स्ट्रॉबेरी की यह वैरायटी किसान अपने खेतों में लगा सकते हैं| इस स्ट्रॉबेरी की वैरायटी के फल बहुत ही स्वादिष्ट और नरम होते हैं| इसके अलावा इस वैरायटी के पौधे ठंडा शं करने वाले और रोग प्रतिरोधक भी होते हैं| यदि आप अच्छी वैरायटी के स्ट्रॉबेरी की खेती करना चाहते हैं तो आप इस वैरायटी को लगा सकते हैं|

कैमरोजा 

स्ट्रॉबेरी की यह किस्म की खेती किसान अपने खेतों में कर सकते हैं| यह बहुत ही जल्दी फल देने लगती है| इस वैरायटी के गहरे लाल तथा आकार में बड़े होते हैं| यह अधिक तापमान भी सहन कर सकती है| इस वैरायटी के स्ट्रॉबेरी की पौधे की लंबाई 12 से 16 इंच होती है तथा यह रोपाई के 50 दिन के बाद फल देना शुरू कर देते हैं| यदि आप अच्छी वैरायटी की स्ट्रॉबेरी की खेती करना चाहते हैं तो कैमारोजा अपने खेत में लगा सकते हैं|

स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए मिट्टी का चुनाव

स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए सही मिट्टी का चुनाव करना बहुत ही जरूरी होता है| यदि आप स्ट्रॉबेरी की खेती करना चाहते हैं तो आप अपनी खेती की मिट्टी को जांच करवा ले| जिससे यह पता चल सके कि उसके अंदर कौन-कौन से पोषक तत्वों की कमी है? जिसकी हिसाब से आप खेती करने के लिए खाद डाल सकते हैं|

स्ट्रॉबेरी की खेती करने के लिए किसान ऐसे मिट्टी का चुनाव करें जिसका पीएच मान 5.0 से 6.5 के बीच हो| इसकी खेती के लिए सबसे अच्छी मिट्टी के बलुई दोमट मिट्टी मानी जाती है| बलुई दोमट मिट्टी में इसकी उपज बहुत अधिक होती है|

स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए खेत की तैयारी

स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए खेत की तैयारी करना बहुत ही जरूरी है| जिसके लिए किसान खेत को अच्छे से दो से तीन बार जुताई कर ले| इसके बाद से पाटा लगाकर समतल कर लें| समतल करने के बाद किसान खेतों में 75 से 80 टन गोबर की अच्छी साड़ी हुई खाद को फैला दे और जुताई करने के बाद किसान फिर से पाटा लगाकर समतल कर लें|

गोबर की खाद के साथ किसान 20 से 40 टन नीम की खली को भी मिला सकता है| खेत को समतल करने के बाद किसान बेड बनाकर उस पर मल्चिंग पेपर लगा दे| इस प्रकार खेत की तैयारी स्ट्रॉबेरी की बुवाई के लिए हो जाती है|

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स्ट्रॉबेरी की बुवाई(Strawberry Cultivation)

स्ट्रॉबेरी की बुवाई के लिए तैयार पौधे का उपयोग किया जाता है| इसलिए किसान स्ट्रॉबेरी की पौधे अपने नजदीकी कृषि संस्थान या प्रयोगशाला के पास से खरीद सकता है| स्ट्रॉबेरी के पौधे 5 रुपए से लेकर 20 रुपए प्रति पौधे की दर से किसान को मिल जाएगा| स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए एक एकड़ में लगभग 5000 से 5500 पौधे लगाने की जरूरत पड़ती है|

स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए कई राज्य सरकारी विभिन्न प्रकार की योजनाएं भी चलाती है| इसके तहत किसानों को 50 से 60% का अनुदान भी दिया जाता है| इसके लिए किसान अपने नजदीकी कृषि विभाग से जाकर संपर्क कर सकते हैं|

स्ट्रॉबेरी की बुवाई अलग-अलग जगह पर अलग-अलग दूरी पर हो सकती है लेकिन सामान्य तौर पर किसान इसकी बुवाई 30 सेंटीमीटर से 1 फिट की दूरी पर बुवाई कर सकते हैं| स्ट्रॉबेरी की बुवाई मल्चिंग पेपर के ऊपर जरूर करना चाहिए| जिससे की खरपतवार बहुत कम निकलते हैं और रोग और किट भी बहुत कम लगते हैं|

स्ट्रॉबेरी की खेती में सिंचाई

स्ट्रॉबेरी की खेती में सिंचाई करना सबसे महत्वपूर्ण कामों में से एक है| इसलिए आपको समय-समय पर इसकी सिंचाई करते रहने चाहिए| इसकी पहली सिंचाई के साथ पौधे लगाने के तुरंत बाद कर सकते हैं| स्ट्रॉबेरी की खेती में सिंचाई के लिए किसान टपका विधि का उपयोग कर सकते हैं| यह सबसे अच्छा माना जाता है| इसके अलावा किसान चाहे तो फव्वारा वाली सिंचाई विधि का उपयोग कर सकते हैं|

यदि ड्रिप सिंचाई नहीं उपलब्ध हो और फवारा सिंचाई भी उपलब्ध न हो तो किसान क्यारियों के बीच में पानी लगाकर सिंचाई कर सकते हैं|

स्ट्रॉबेरी के फलों की तुड़ाई और उत्पादन

किसानों को स्ट्रॉबेरी के फलों की तुड़ाई समय पर करना चाहिए| फलों की तुड़ाई के लिए किसान जब स्ट्रॉबेरी के फल 60 प्रतिशत तक पककर लाल हो जाए तब इसके डंडी के तुड़ाई करनी चाहिए| एक एकड़ खेत में स्ट्रॉबेरी का लगभग 5 से 7 तक उत्पादन मिल सकता है| जिसकी बाजार में कीमत ₹200 से ₹600 किलो मिल सकता है|

निष्कर्ष

यदि किसान स्ट्रॉबेरी की खेती(Strawberry ki Kheti) करना चाहते हैं तो उन्हें अच्छे किस्म का बीज का चुनाव करना चाहिए जिससे कि किसानों को अधिक उपज मिल सके| स्ट्रॉबेरी की खेती करते समय फलों की तुड़ाई भी समय पर करनी चाहिए जिससे कि फल खराब ना हो होने पाए और किसान को अधिक लाभ मिल सके| यदि आप अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो पारंपरिक फसलों को छोड़कर आप स्ट्रॉबेरी की फसल लगा सकते हैं आपको अधिक मुनाफा हो सकता है|

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