Moong Variety: मूंग की खेती भारत में ज्यादातर जगहों पर की जाती है| यह कम लागत वाली तथा कम समय में मुनाफा देने वाली फसल है जिसकी खेती किसान भाई करके कम समय में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं| भारत में मूंग की खेती मुख्य रूप से खरीफ और जायद दोनों सीजन में अलग-अलग जगह अलग-अलग समय पर की जाती है| मूंग की भारत में कुछ ऐसी वैरायटी है जिससे उत्पादन बहुत ही अधिक होता है और इससे किसान अधिक उत्पादन लेकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं|
यदि आप मूंग की खेती करना चाहते हैं तो हम आपको कुछ वैरायटी के बारे में बताएंगे जिसे आप अपने खेतों में बुवाई कर सकते हैं जो की अधिक पैदावार देती है| तो चलिए जानते हैं मूंग की टॉप वैरायटी के बारे में विस्तार से|
मूंग की टॉप वैरायटी की लिस्ट जो देती है अधिक पैदावार(Top Moong Variety List)
मूंग एक दलहनी फसल है जिसकी खेती भारत के कुछ प्रमुख राज्यों जैसे कि राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, तमिलनाडु, कर्नाटक, राजस्थान जैसे राज्यों में बड़े पैमाने पर किया जाता है| मूंग की बुवाई भारत में अलग-अलग जगह पर अलग-अलग समय पर की जाती है| मुख्य रूप से इसकी बुवाई जून के अंतिम सप्ताह तथा जुलाई की शुरुआत में की जाती है|
इसके अलावा किसान मार्च के शुरुआती सप्ताह से लेकर अप्रैल के बीच में इसकी बुवाई किसान भाई करते हैं| कुछ प्रमुख वैराइटीज की लिस्ट नीचे दी जा रही है जिसे आप अपने खेत में बुवाई करवा सकते हैं|
पूसा वैसाखी
मोंग की यह वैरायटी खेतों में बुवाई के लिए बहुत ही अच्छी है यह बहुत ही अच्छा उत्पादन देती है| मूंग की इस वैरायटी की फलियां लगभग 60 से 70 दिन करता है| बात करें मूंग के इस वैरायटी के उत्पादन की तो इस मूंग का उत्पादन 8 से 10 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से हो जाता है| यदि आप मूंग की अच्छी वैरायटी की खेतों में बुवाई करवाना चाहते हैं तो इस वैरायटी की बुवाई करवा सकते हैं|
पंत मूंग 1
मूंग की यह वैरायटी भी खेतों में बुवाई करवाने के लिए बहुत ही अच्छी है जो कि अधिक उत्पादन देती है| मुंग के इस वैरायटी की फसल खरीफ के सीजन में 75 दिन में तथा जायद के सीजन में 65 दिन में पक कर तैयार हो जाती है| यदि बात करें इसके उत्पादन की तो इसका उत्पादन मूंग का उत्पादन 10 से 12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से हो जाता है|
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मोहिनी
मूंग की यह वैरायटी खेतों में बुवाई करवाने के लिए बहुत अच्छी है| यदि बात करें इस मूंग की कटाई की तो यह 70 से 75 दिन के अंदर पककर तैयार हो जाती है जिसके बाद आप इसकी कटाई करवा सकते हैं| इस मूंग का उत्पादन 10 से 12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से हो जाता है| खास बात यह है कि यह पीला मोजेक वायरस रोग इसमें नहीं लगता है जिससे कि मूंग की पैदावार अच्छी होती है|
पंत मूंग 3
मूंग की यह वैरायटी खेतों में लगाने के लिए बहुत ही अच्छी है जो की अधिक उत्पादन देता है| मूंग की इस वैरायटी की फसल 60 से 70 दिन के अंदर पक कर तैयार हो जाती है जिसके बाद किसान भाई इसी कटाई करवा सकते हैं| इसके अलावा इस मूंग की इस वैरायटी में पीला मोजैक वायरस तथा पाउडरी मिल्ड्यू रोग नहीं लगता है|
जवाहर मूंग-3
यह वैरायटी मूंग की अच्छी वैरायटी में से एक है जिसे किसान भाई अपने खेत में बुवाई करवा सकते हैं| इसकी बुवाई किसान भाई खरीफ और ग्रीष्म दोनों सीजन में कर सकते हैं| इसके अलावा पीला मोजेक और पाउडरी मिल्ड्यू रोग नहीं मूंग के इस वैरायटी में नहीं लगता है जिससे कि इसका उत्पादन अच्छा होता है| इस मूंग की वैरायटी के दानो का वजन 3.4 से 4.4 ग्राम के बीच होता है तथा इसके एक फली में लगभग 8 से 11 दाने होते हैं|
K- 851
मूंग की यह वैरायटी की खेती किसान भाई खरीफ और ग्रीष्म दोनों मौसम में कर सकते हैं| मूंग के इस वैरायटी के पौधे का आकार मध्यम होता है जो कि लगभग 60 से 65 सेंटीमीटर का होता है| इसके अलावा इस मूंग की वैरायटी में एक पौधे में लगभग 50 से 60 फलियाँ होती हैं| जिसके एक फली में लगभग 10 से 12 दाने होते हैं और इसके दाने हरे और बड़े तथा चमकीले होते हैं|
MML 668
मूंग की यह वैरायटी खेत भी खेती करने के लिए अच्छी है| इस वैरायटी के मूंग की फलियां गुच्छे में निकलती है और यह जल्दी पककर तैयार भी हो जाती हैं| इस वैरायटी के मूंग के दाने मोटे होते हैं| यदि बात करें इसकी उत्पादन कि इसका उत्पादन 15 से 20 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से हो जाता है|
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MUM Moong Variety
मूंग की इस वैरायटी की बुवाई किसान भाई अपने खेतों में कर सकते हैं| इस वैरायटी के मूंग की ऊंचाई 85 सेंटीमीटर होता है तथा इस मूंग के दाने मध्यम आकार के और चमकदार होते हैं| यह मूंग की फसल भी अधिक उत्पादन देती है| इसका उत्पादन 20 से 22 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से पैदावार हो जाता है तथा यह 80 से 50 दिन के अंदर पककर पूर्ण रूप से कटाई के लिए तैयार हो जाती है|
निष्कर्ष
यदि किसान भाई मूंग की अधिक पैदावार चाहते लेना चाहते हैं तो उन्हें मूंग की उपर दिए गये वैरायटी में से कोई भी वैरायटी की खेती कर सकते हैं जिससे कि उन्हें अधिक उत्पादन मिल सके| यह सभी वैरायटी अधिक उत्पादन देती हैं और उनके दाने भी बहुत चमकीले और बड़े होते हैं|