Tarbooj ki Top Variety: तरबूज की इन 7 किस्मों की बुवाई करें मिलेगी बम्पर पैदावार जाने कौन सी है वैरायटी

Tarbooj ki Top Variety: किसान भाइयों खेती तो हर कोई करता है लेकिन खेती से अच्छा मुनाफा कम ही किसान निकल पाते हैं क्योंकि वह सही खाद, बीज और फसल की चुनाव अच्छे से नहीं कर पाते हैं| कुछ किसान अच्छी वैरायटी के बीज और अच्छी फसल का चुनाव करके सीजन में ही अच्छा मुनाफा कमा लेते हैं| यदि आप भी एक सही फसल का चुनाव करना चाहते हैं तो आप इस समय तरबूज का बुवाई कर सकते हैं| जिससे कि आपको गर्मी के सीजन में अच्छा मुनाफा हो सके|

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तरबूज एक सीजनल फल है जिसका किसान भाई फरवरी के महीने में खेती करना शुरू कर देते हैं और यह अप्रैल और मई महीने में इसकी पैदावार भी शुरू हो जाती है| यदि आप तरबूज की खेती करना चाहते हैं तो आपको वैरायटी के बीज का चुनाव करना भी बहुत जरूरी है जिससे कि आप अधिक पैदावार ले पाए| तरबूज की अच्छी वैरायटी के बारे में पूरी जानकारी नीचे दी जा रही है| जिसमें से कोई भी वैरायटी के बीज की बुवाई आप अपने खेतों में कर सकते हैं| जो कि अधिक उत्पादन देती हैं|

तरबूज की टॉप किस्में की लिस्ट (Tarbooj ki Top Variety List)

गर्मी आते ही तरबूज की मार्केट में डिमांड हमेशा बनी रहती है और किसान भाई इसका लाभ उठाकर तरबूज की खेती कर सकते हैं जिससे वही अधिक मुनाफा भी कमा सकते हैं| मार्केट में आपको तरबूज से संबंधित तरबूज की अच्छी से अच्छी वैरायटी मिल जाएगी|

नीचे हम आपको कुछ अच्छी वैरायटी के बारे में जानकारी दे रहे हैं जिसे आप अपने खेतों में लगा सकते हैं जिसकी पैदावार बहुत अच्छी है|

काशी पीतांबर

तरबूज की इस वैरायटी के फलों का वजन 2.5 से 3.5 किलोग्राम होता है तथा इसका गूदा गुलाबी रंग का होता है| तरबूज की इस वैरायटी के फलों का छिलका पीले रंग का होता है| यदि बात करें इस तरबूज के उत्पादन की तो इसका उत्पादन 160 से 180 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से हो जाता है| इस वैरायटी का तरबूज सबसे अधिक शहरों में बिकता है| तरबूज की अच्छी वैरायटी अगर आप लगाना चाहते हैं तो इस वैरायटी को भी लगा सकते हैं|

W 19

तरबूज की इस वैरायटी की खेती किसान अधिक तापमान वाले जगह पर कर सकते हैं| यह तरबूज सूखे क्षेत्र में भी उगाया जा सकता है| तरबूज के इस वैरायटी के फलों पर हल्की-हल्की धारियां होती हैं और इसके अंदर का गुदा गुलाबी रंग का होता है| यदि बात करें इस तरबूज के पैदावार की तो इसका उत्पादन 45 से 50 टन प्रति हेक्टेयर की दर से हो जाता है|

इसके अलावा यह बहुत ही कम समय में पककर तैयार भी हो जाता है| यह 75 से 80 दिनों के अंदर पककर तैयार हो जाता है इसके बाद आप इसकी तुड़ाई करके मार्केट में बेच सकते हैं|

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शुगर बेबी(sugar baby)

इस तरबूज की वैरायटी के फलो का वजन 4 से 6 किलोग्राम के बीच होता है| तरबूज की इस वैरायटी में खास बात यह है कि इसमें बीज बहुत कम ही होते हैं| इस वैरायटी के तरबूज बीज बुवाई के 95 से 100 दिनों के बाद पूर्ण रूप से पककर तैयार हो जाती है जिसके बाद आप इसे मार्केट में भेज सकते हैं| यदि बात करें इस तरबूज की वैरायटी की पैदावार की तो यह 200 से 250 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से तरबूज का उत्पादन देता है|

आशायी यामातो

तरबूज की यह वैरायटी भारत की नहीं है बल्कि यह विदेश से लाई गई है| इस वैरायटी के तरबूज के फलों का वजन 7 से 8 किग्रा होता है तथा इस वैरायटी तरबूज के छिलके पर हरे रंग का धारियां होती है| इस तरबूज के बीज भी बहुत छोटे-छोटे होते हैं| यदि बात करें इसकी पैदावार की तो इस तरबूज का पैदावार 225 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से हो जाता है| यदि आप अच्छी वैरायटी के तरबूज का बीज लगाना चाहते हैं तो आप इस वैरायटी को एक बार जरूर लगाए|

न्यू हैम्पशायर मिजेट (New Hampshire Midget)

तरबूज की यह वैरायटी भी भारत में विकसित नहीं की गई इससे अमेरिका से लाया गया है| तरबूज की यह वैरायटी आगेती किस्म की है| खास बात यह है कि इस तरबूज के फलों का वजन 1.5 से 2.0 किलोग्राम तक होता है और इसके फलों का आकार अंडाकार होता है|

तरबूज की इस वैरायटी की बुवाई के 80 से 50 दिन के बाद यह पककर तैयार हो जाता है और इसके बाद आप इसकी तुड़ाई करके मार्केट में बेच सकते हैं| इसके फल छोटे आकार के होते हैं जिससे यह ले जाने में भी बहुत ही आसान रहता है|

तरबूज की संकर किस्में(Tarbooj ki Hybrid Variety)

अर्का ज्योति

किसान भाई तरबूज की यह वैरायटी खेत में बुवाई के लिए बहुत अच्छी है| यदि आप इस वैरायटी की बुवाई खेत में करते हैं तो आपको अच्छी पैदावार मिलेगी| तरबूज की इस किस्म के बीज को भारतीय बागवानी अनुसंधान बेंगलुरु द्वारा विकसित किया गया है| इस वैरायटी के तरबूज के फलों का वजन 6 से 8 किग्रा होता है और स्वाद में भी बहुत अच्छे होते हैं|

आप इसका भंडारण भी बहुत अच्छे तरीके से कर सकते हैं| यह लंबे समय तक मार्केट में रहने वाली तरबूज की किस्म है| यदि बात करें इस तरबूज के वैरायटी की उत्पादन की तो इसका उत्पादन 350 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से किसान भाई प्राप्त कर सकते हैं| यदि आप एक अच्छे वैरायटी की तरबूज की बुवाई करना चाहते हैं तो आप इस वैरायटी को अपने खेत में लगा सकते हैं|

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पूसा बेदाना

तरबूज की यह वैरायटी भी खेतो में लगाने के लिए बहुत अच्छी है क्योकि इसकी पैदावार भी बहुत अच्छी होती है| इस तरबूज के वैरायटी को भारतीय कृषि अनुसंधान नई दिल्ली द्वारा विकसित किया गया है| सबसे खास बात यह है कि इस फल में बीज नहीं होते हैं और बहुत ही कम होते हैं| जिससे कि यह खाने में बहुत ही स्वादिष्ट लगता है और आसानी से खाया भी जा सकता है| इसलिए इसकी डिमांड मार्केट में हमेशा बनी रहती है|

तरबूज के इस वैरायटी के अंदर का गुदा गुलाबी रंग के होते हैं तथा यह 85 से 90 दिन के भीतर पक करता तैयार हो जाता है| यदि आप तरबूज की अच्छी वैरायटी को लगाना चाहते हैं तो आप इस वैरायटी के बीज लगा सकते हैं|

निष्कर्ष

यदि किसान भाई तरबूज की खेती कर रहे हैं तो उन्हें यह ध्यान रखना होगा कि तरबूज की अच्छी वैरायटी का बीज लगायें जिससे कि उन्हें अधिक उत्पादन हो सके| ऊपर दी गई तरबूज की टॉप वैरायटी(Tarbooj ki Top Variety) में से कोई भी वैरायटी आप अपने खेतों में लगा सकते हैं| जिससे कि आपको अधिक उत्पादन मिल सकें और आप उसे अच्छे रेट में भेज पाए|

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